श्री साईं सच्चरित्र संदेश

"तुम्हें अपने शुभ अशुभ कर्मो का फल अवश्य ही भोगना चाहिए I यदि भोग अपूर्ण रह गया तो पुनजन्म धारण करना पड़ेगा, इसलिये मृत्यु से यह श्रेयस्कर है कि कुछ काल तक उन्हें सहन कर पूर्व जन्मों के कर्मों का भोग समाप्त कर सदेव के लिये मुक्त हो जाओ" I


"जो मुझे प्रेम से पुकारता है उसके सन्मुख मै अवलिम्ब प्रगट हो जाता हूँ" |

Wednesday, December 21, 2011

मेरा आप की क़ृपा से


मेरा आप की क़ृपा से, सब काम हो रहा है
करते तो तुम हो साँइ, मेर नाम हो रहा है
मेरा आप की क़ृपा, से सब काम हो रहा है
करते तो तुम हो बाबा , मेर नाम हो रहा है

पतवार के बिना ही, मेरी नाव चल रही है
हैरान है झमाना मंझिल भी मिल रही है
करता नहीं मै कुछ भी मेरा नाम हो रहा है
करते तो तुम हो बाबा , मेर नाम हो रहा है
मेरा आप की क़ृपा, से सब काम हो रहा है

कोई नही था मेरा फिरता था मारा मारा
बे आसरे को बाबा तुम ने दिया सहारा
तेरा करम ये मुझ पे सरेआम हो रहा है
करते तो तुम हो बाबा , मेर नाम हो रहा है
मेरा आप की क़ृपा, से सब काम हो रहा है

तुम साथ हो जब मेरे किस चीज़ की कमी है
किसी और चीस की आब परवाह ही नही है
तेरे साथ से ग़ुलाम आब ग़ुलफाम हो रहा है
करते तो तुम हो बाबा , मेर नाम हो रहा है
मेरा आप की क़ृपा, से सब काम हो रहा है

मेरा आप की क़ृपा, से सब काम हो रहा है
करते तो तुम हो साँइ, मेर नाम हो रहा है
मेरा आप की क़ृपा, से सब काम हो रहा है
करते तो तुम हो बाबा , मेर नाम हो रहा है

 !! श्री सदगुरु साइनाथ महाराज की जय !!

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