श्री साईं सच्चरित्र संदेश

"तुम्हें अपने शुभ अशुभ कर्मो का फल अवश्य ही भोगना चाहिए I यदि भोग अपूर्ण रह गया तो पुनजन्म धारण करना पड़ेगा, इसलिये मृत्यु से यह श्रेयस्कर है कि कुछ काल तक उन्हें सहन कर पूर्व जन्मों के कर्मों का भोग समाप्त कर सदेव के लिये मुक्त हो जाओ" I


"जो मुझे प्रेम से पुकारता है उसके सन्मुख मै अवलिम्ब प्रगट हो जाता हूँ" |

Saturday, October 8, 2011

Devotees Experiences - के बी चंद ( पूर्व सुबेदार ,भारतीय थल सेना ) ग्राम बालावाला ,देहरादून ,उत्त्राखण्ड्

बाबा की सेवा करने का फ़ल् प्राप्त हुआ 

ॐ साई  राम ,आज  दिनांक ६ अक्टूबर को विजय दशमी  का दिन बाबा की महासमाधि  के रूप मे भी मनाया जाता है ,और बाबा के चमत्कार स्वरूप बाबा ने मुज्हे भी आज  ही के दिन गुल्लर घाटी रोड स्थित साई मन्दिर मे प्रसाद चढ़ाने का अवसर  दिया ।बाबा की लीला को मैं कभी नही भुला सकता ,मेरी उम्र इस समय ७२ वर्ष की है ,मेरा घर  साई मन्दिर गुल्लर घाटी रोड पर आमने सामने ही  है ,दिन भर मैं बाबा के मन्दिर सेवा  मे लगा रहता हुं ।


दिनान्क  १४  अगस्त को मेरी नयी गाड़ी इन्दिगो यू ऐ  ०७ टी ८६२८ मुज्जफ़्फ़र् नगर से चोरी हो गयी ।मेरा छोटा पुत्र  लगातार पाँच दिन तक पुलिस के साथ गाड़ी को तलाश करता रहा ,परन्तु गाड़ी का कोई सुराग नही मिल  सका । 


१८ अगस्त गुरूवार के दिन मैं तो मन्दिर मे प्रसाद वितरण  मे लगा था , मेरा लड़का घर वापस आ गया । अगले दिन १९ अगस्त को  जब प्रातः  मैं मन्दिर गया मेरे मुख से निकाल पडा की बाबा मैं आपकी इतनी सेवा  करता हू मेरी ही गाड़ी चोरी करानी थी ।
मालूम नही बाबा मेरी परिकचह ले रहे थे ,या अपना चमत्कार दिखाना चाहते   थे । मैने उसी समय बाबा से ११००/- रुपये का प्रसाद चढ़ाने की  मिन्नत की ।मैने प्रसाद वाली डायरी मे देखा  तो मेरा नम्बर आज विजय दशमी के दिन था । मैने अपना नाम लिख दिया । 


अगले दिन 20 अगस्त को मेरे  फोन पर मुज्हे  मुज्जफ़्फ़र् नगर पुलिस थाने से  प्रातः  सूचना मिली की आपकी गाड़ी मुज्जफ़्फ़र् नगर -दिल्ली रोड  पर लवारिस् खड़ी है ,अपनी गाड़ी की पहचान कर  ले जाओ ।
इस प्रकार बाबा ने मेरी सेवा भावना परिणाम दिखा कर गाड़ी तो दिला ही दी साथ ही बाबा के प्रति मेरा विश्वास पक्का हो गया ।मै अपने जीवन भर बाबा के इस चमत्कार को कभी नही भुला सकता । अब इसी विश्वास को और पक्का करने हेतु मैं १० अक्तूबर बाबा के दर्शन करने शिरडी जा रहा  हुं ।


बाबा इस  प्रकार सबकी सहायता करते हैं  जो भक्त उन पर पूर्ण विश्वास करते हैं । शायद बाबा ने अपने भक्तो को इसी लिये श्रद्धा और सबुरी का मूल मंत्र दिया । के बी चंद ( पूर्व सुबेदार ,भारतीय थल सेना ) ग्राम बालावाला ,देहरादून ,उत्त्राखण्ड् ।                                                                                                               
बाबा की सेवा करने का फ़ल् प्राप्त हुआ    

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