दिनाक् ३ नवंबेर । बाबा की लीला का जितना भी गुणगान किया जाये उतना ही कम  लगता है ।मै सुनील धोण्डियाल् देहरा दून के पास नक्रोन्दा  का रहने वाला  हू ।दो वर्ष पहले मेरी शादी हो गयी थी,तभी से हम दोनो पति -पत्नी ने घर  मे  एक बच्चे की आव्श्यक्ता पर विचार किया ।परन्तु एक वर्ष बीतने के पश्चात भी  जब् कोई परिणाम नही निकला तो हमने डाक्तर से संपर्क करना शुरु किया ।
सभी  ने यह कः दिया की तुम्हारी पत्नी के गर्भाशय की दोनो टयुब बन्द है ,उन्होने  बताया की किसी भी महिला की यदि एक भी टयुब् ठीक है  तो भी बच्चे की  सम्भाव्ना  रहती है ,परन्तु आपकी पत्नी की दोनो टयुब् बन्द है, यदि आप दोनो  बच्चा चाहते है तो आपकी पत्नी को आपरेशन करवाना पडेगा । हम दोनो इस बात से  निराश हो गये । हम आपरेशन नही कर वाना चाहते थे ।इस बात के लिये घर मे भी  राय नही बनी । मेरी पत्नी ने हिम्मत नही हारी।
उसको मालूम हुआ घर से दो -तीन किलोमिटेर की दूरी पर साई अस्थानं नाम से साई बाबा का सिद्ध् पीठ मन्दिर है, और भक्तो की मुराद यहा बाबा पूरी करते हैं ।
मेरी पत्नी ने हर गुरु वार् को बाबा के मन्दिर मे जाना शुरु कर दिया और घर मे एक बच्चे की कामना बाबा से की, इस निमित्त मेरी पत्नी बाबा के उप्वास् भी रखने शुरु कर दिये तथा बच्चा होने पर प्रसाद भी कबूल किया । साई बाबा त्रिकाल दर्षि है ,वो अपने भक्तो का कल्याण करने के लिये ही इस कलयूग मे अव्तरित् हुये है । साई ने मेरी पत्नी की पुकार को सुना और साई के आशिर्वाद् से घर के आगन मे एक फूल रुपी कन्या का प्रसाद मिला ।
उसको मालूम हुआ घर से दो -तीन किलोमिटेर की दूरी पर साई अस्थानं नाम से साई बाबा का सिद्ध् पीठ मन्दिर है, और भक्तो की मुराद यहा बाबा पूरी करते हैं ।
मेरी पत्नी ने हर गुरु वार् को बाबा के मन्दिर मे जाना शुरु कर दिया और घर मे एक बच्चे की कामना बाबा से की, इस निमित्त मेरी पत्नी बाबा के उप्वास् भी रखने शुरु कर दिये तथा बच्चा होने पर प्रसाद भी कबूल किया । साई बाबा त्रिकाल दर्षि है ,वो अपने भक्तो का कल्याण करने के लिये ही इस कलयूग मे अव्तरित् हुये है । साई ने मेरी पत्नी की पुकार को सुना और साई के आशिर्वाद् से घर के आगन मे एक फूल रुपी कन्या का प्रसाद मिला ।
जबकि सभी डाकटरो  ने मना कर दिया था ।साई बाबा ने उन सबकी  भविष्यवानि  को फ़ेल् कर दिया । आज ही गुरु वार् को हम सब् अपने परिवार् के  साथ् बाबा की आरती मे संम्लित् हुये और बाबा को कबूला हुआ प्रसाद व चादर भी  अर्पित की । इस स्थान से बाबा ने श्रद्धा से आने वाले भक्तो की कामनाये  पूर्ण की है ।
 ॐ साई राम । सुनील धोण्डियाल् ग्राम बालावाला ,नक्रोन्दा   रोड ,देहरा दून ।    

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