२० अक्तूबर २०११ । ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है की जब ईश्वर से कोई सच्चे मन से प्रार्थना करे और उसकी विनती को ईश्वर न सुने । मेरा यह अनुभव गुलर घाटी रोड स्थित साई मन्दिर मे साई बाबा ने मुज्हे सरकारी नौकरी दिला कर कराया । मेरे पापा प्रत्येक गुरुवार को बाबा की आरती हेतु मन्दिर मे जाते है ,समयानुसार मैं भी जाता रहता हू । परन्तु हम अज्ञानी बाबा के पास सिर्फ़ अपने स्वार्थ के लिये ही जाते है । मेरे अनुमान से जो भी भक्त साई मन्दिर जाता है वह बाबा से सांसारिक वस्तुओ की कामना ही करता है । इसी प्रकार यदा -कदा मैं भी गुलर घाटी रोड स्थित साई स्थानं साई मन्दिर जाकर बाबा से अपनी नौकरी की कामना करने लगा ।
उसी समय को-ओपरेटीव बेन्क् मे नौकरी हेतु एक ज्ञापन समाचार पत्र मे देख मेरे मन मे भी विचार आया कि क्यो न मैं भी इस नौकरी के लिये आवेदन करूँ । बस अगले ही दिन बाबा का नाम लेकर मैने भी आवेदन कर दिया और बाबा से मिन्नत कर डाली कि साई यदि मेरी नौकरी लग गयी तो मैं गुरुवार को प्रसाद अर्पित करुँगा ।बाबा ने मेरी पुकार को सुना और मैं सब test मे पास होता चला गया । जिस दिन मेरा काल लेटर आया उस दिन भी साई बाबा का दिन गुरूवार था,बाबा ने शायद यह चमत्कार इस लिये किया उनके प्रति मेरा विश्वास और भी पक्का हो जाये ,मेरी यह नौकरी साई के प्रसाद के रूप मे मिली ।
उसी समय को-ओपरेटीव बेन्क् मे नौकरी हेतु एक ज्ञापन समाचार पत्र मे देख मेरे मन मे भी विचार आया कि क्यो न मैं भी इस नौकरी के लिये आवेदन करूँ । बस अगले ही दिन बाबा का नाम लेकर मैने भी आवेदन कर दिया और बाबा से मिन्नत कर डाली कि साई यदि मेरी नौकरी लग गयी तो मैं गुरुवार को प्रसाद अर्पित करुँगा ।बाबा ने मेरी पुकार को सुना और मैं सब test मे पास होता चला गया । जिस दिन मेरा काल लेटर आया उस दिन भी साई बाबा का दिन गुरूवार था,बाबा ने शायद यह चमत्कार इस लिये किया उनके प्रति मेरा विश्वास और भी पक्का हो जाये ,मेरी यह नौकरी साई के प्रसाद के रूप मे मिली ।
साई सभी भक्तो का इसी प्रकार कल्याण करे ।
अमित तीर्थःवाल् , ग्राम बालावाला ,देहरा दून ,
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