श्री साईं सच्चरित्र संदेश

"तुम्हें अपने शुभ अशुभ कर्मो का फल अवश्य ही भोगना चाहिए I यदि भोग अपूर्ण रह गया तो पुनजन्म धारण करना पड़ेगा, इसलिये मृत्यु से यह श्रेयस्कर है कि कुछ काल तक उन्हें सहन कर पूर्व जन्मों के कर्मों का भोग समाप्त कर सदेव के लिये मुक्त हो जाओ" I


"जो मुझे प्रेम से पुकारता है उसके सन्मुख मै अवलिम्ब प्रगट हो जाता हूँ" |

Saturday, September 17, 2011

Devotees Experiences - हिमांशु भंडारी, तुनवाला, देहरादून ,उत्तराखंड

ॐ साईं राम अंजू जी ,शिर्डी साईं बाबा मंदिर ,गुलर घाटी रोड देहरा दून में प्रत्येक गुरु वार को भक्तो के द्वारा हलुवे का प्रसाद दिया जाता है ,यह सिलसिला पिछले चार -पांच वर्षों से                                                             
चल रहा है,एक दिन श्री पेतवालजी ने मुझे कहा की जो भक्त वहां बाबा का प्रसाद दे रहें है उनसे ये भी प्रश्न करो की उनके साथ क्या बाबा का चमत्कार हुआ है,तो कल गुरु वार को जिस भक्त का प्रसाद था मैंने उनसे पूछा उन्होंने जो बताया वो मई आपको मेल कर रहा हूँ ,कृपया साईं सुमीरन में प्रकाशित करने का कष्ट करें ,आगे से मै देहरा दून के बाबा से सम्बन्धित समाचार आपको भेजता रहूँगा, इसके लिए आपके समाचार पत्र के सदस्य भी बनवा दूंगा ,धन्यवाद,                         

बाबा ने एयर फ़ोर्स  में नौकरी दिलाकर उपकार किया 
बाबा अपने भक्तो के ऊपर बड़ा उपकार करते हैं ,परन्तु हम अन्ज्ञानी बाबा की माया को समझ ही नहीं पाते ,मेरी मम्मी और मै ,मेरी  नौकरी को लेकर परेशान रहते थे,घर में सभी बाबा को मानते हैं,हमारे गाँव तुनवाला से च्रार किलोमीटर की दूरी पर सिद्धपीठ साईं बाबा का बहुत विशाल मंदिर बन रहा है ,जो की साईं स्थानम के नाम से गुलर घाटी रोड ,देहरादून  पर  है,इसके बारे में किसी भक्त ने मेरी बहन व् मम्मी  को बताया कीनिर्माणाधीन साईं  मंदिर में गुरु स्थान की स्थापना हो रखीहै और यह बहुत ही सिद्ध स्थान है,जो भी भक्त बाबा से यहाँ पर प्रारथना कर मांगता है बाबा उसकी मुरादें पूरी करते हैं ,यह बात सुनकर मैं एक गुरूवार को बाबा से नौकरी हेतु  प्रार्थना करने गया और अगले गुरूवार से बाबा के उपवास करने लगा ,इसी बीच एयर फोर्स की भर्ती के लिए समाचार पत्र में विज्ञापन निकला देख मैंने भी फॉर्म भर दिया, कुछ  समय पश्चात् नवम्बर में परीछा हेतु  मुझे  पत्र मिला, जनवरी २०११ को जब परिणाम आया तो देखा की बाबा ने मेरी प्रार्थना सुनकर  मेरा नाम मैरिट में ला दिया ,बस मेरे नौ उपवास भी जनवरी में पूरे हो गए थे ,मैंने उद्द्यापन कर दिया ,१ सितेम्बर२०११ को बाबा ने मेरे विशवास को और भी पक्का कर दिया जब मुझे एयर फोर्स की नौकरी ज्वाइन करने हेतु पत्र मिला,प्रत्येक भक्तों की भांति मैंने भी बाबा के सिद्धपीठ साईं स्थानम मंदिर गुलर घाटी रोड मंदिर में गुरुवार  १५ सितम्बर को अपना काबुल किया हुआ  प्रसाद बाबा को चढ़ाया ,कुछ भक्तो के अनुभव  के अनुसार  जिस किसी दम्पति को संतान की इक्छा होती है बाबा ने उनकी भी झोली इस स्थान से अपना आशीर्वाद देकर भरी है,ये बाबा की लीला उन भक्तों को ही देखने को मिलती है जो बाबा के मूल  मन्त्र श्रद्धा और सबुरी पर विशवास रखते हैं,
साईं स्थानम मंदिर की वेबसाइट www.saisthanam.com पर भी भक्त लोग मंदिर के बारे में भी सब कुछ  देख सकते हैं, हिमांशु  भंडारी ,तुनवाला,देहरादून ,उत्तराखंड